एक पालक का शिक्षिका के नाम पत्र ...
मैडम जी
जब से मेरा बेटा संसद के स्टडी टूर से आया है,
उसके स्वाभाव में काफी बदलाव आया है .
दो रूपये के सामान को
दस का बतलाता है .
जवाब पूछो तो
यह मेरे खिलाफ साजिश है
कहकर जोर जोर से चिल्लाता है ..
अपनी बात मनवाने
सौ झूठे वादे करता है,
बात बेबात पड़ोस के बच्चों से झगड़ता है ..
संसद देखकर उसे लगता है
हमारे यहाँ हर गलती चलती है .
मैडम अगला स्टडी टूर जेल ले जाना ,
ताकि मेरा बेटा जाने ,
हमारे यहाँ गलती की सजा भी मिलती है ....
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें